धनुषा । ‘कौन तालपर ढोलक बाजे कौन ताल मृदङ्ग ? कौन तालपर गोरिया नाचे कौन तालपर हम ? जोगीरा सर र र ’ (कुन तालमा ढोलक बज्छ, कुन तालमा मृदङ्ग, कुन तालमा कान्छी नाच्छे कुन ताल म) वसन्त ऋतुको आगमनसँगै